Monday 6 August 2018

                                                    पिकनिक

सुबह का समय था।  कर्मचारी अपनी-अपनी डियूटी पर पहुंचे ही थे। और स्कूल में अभी पहली घंटी ही बजी थी कि  रेडियो और चैनलों पर एक खबर प्रसारित होने लगी ।  देश के एक शीर्ष नेता का निधन हो गया था। सरकार ने उनके निधन पर सारे दश में तीन दिन के शाोक की घोषणा कर दी थी। साथ में यह भी घोषणा की जा रही थी कि नेता जी को श्रद्वांजति स्वरूप आज का दिन सभी स्कूलों और सरकारी कायालयों में अवकाश कर दिया गया है।
छुट्टी की खबर सुन कर सकूलों में विद्याथर््ियों की खुशी का कोई ठिकाना न रहा  वे अपने-अपने बस्ते उठा कर शोर मचाते हुए घरां की ओर भागन लगे कि चलो, आज का दिन मुफ्त में एक छुट्टी मिली।
इध्र नीरज बाबू अभी कार्यालय में पहुंचे ही थे जब  यह खबर उनके कानों में पड़ी।  सुनते ही तुरन्त उन्होंने घर पर पत्नी को फोन किया-‘सुनो! दफतर में छुट्टी हो गई हैं। वह क्या है कि कोई नेता  प्लेन दुर्घटना में मर गया है। मैं जल्दी घर पहुंच रहा हूॅ। मौसम अच्छा है।  तुम बच्चों के साथ तैयार हो जाओ। आज हम पिकनिक मनाने चलेंगे। ’
और नीरज बाबू घर जाने की तैयारी करने लगे।